Humayun’s Tomb, a world famous monumet is situated in Delhi city of India, Lat Long of Humayun’s Tomb is 25.459376°N 81.8599815°E and address of Humayun’s Tomb is Mathura Road, Opp. Dargah Nizamuddin, New Delhi, Delhi 110013, Humayun’s Tomb is only 15 km East from Delhi Airport, Humayun’s Tomb built by Humayun’s wife Hamida Begum after the death of Humayun.
Where is Humayun’s Tomb Located in Delhi India
Location of Humayun’s Tomb Located in Delhi India on Google Map
Facts about Humayun’s Tomb
Name | Humayun’s Tomb |
---|---|
City | Delhi, |
Address | Mathura road, Nizamuddin East, Delhi, India |
Country | India |
Continent | asia |
Came in existence | 1572 |
Built by | Akbar |
Area covered in KM | 19 km |
Height | 47 metres (154 ft) |
Time to visit | 6:30 am to 6 pm |
Ticket time | 4pm to6pm |
When to visit | November, |
Unesco heritage | 1993 |
Ref No of UNESCO | 232 |
Coordinate | 28°35’35.65″ N 77°15’2.473″ E . |
Per year visitors | 1000 |
Near by Airport | Indira Gandhi International Airport |
Near by River | Yamuna River |
History of Humayun’s Tomb in Hindi
हुमायूँ का मकबरा इमारत परिसर मुगल वास्तुकला से प्रेरित मकबरा स्मारक है।20 जनवरी 1556 को हुमायूँ की मृत्यु के बाद उनके शरीर को पहले दिल्ली के पुराना किले में दफनाया गया. यह नई दिल्ली के पुराने किले के निकट निज़ामुद्दीन पूर्व क्षेत्र में मथुरा मार्ग के निकट स्थित है नसीरुद्दीन (१२६८-१२८७) के पुत्र तत्कालीन सुल्तान केकूबाद की राजधानी हुआ करती थी। यहाँ मुख्य इमारत मुगल सम्राट हुमायूँ का मकबरा है और इसमें हुमायूँ की कब्र सहित कई अन्य राजसी लोगों की भी कब्रें हैं। यह मकबरा हुमायूँ की विधवा बेगम हमीदा बानो बेगम के आदेशानुसार १५६२ में बना था। इस भवन के वास्तुकार सैयद मुबारक इब्न मिराक घियाथुद्दीन एवं उसके पिता मिराक घुइयाथुद्दीन थे जिन्हें अफगानिस्तान के हेरात शहर से विशेष रूप से बुलवाया गया था। मुख्य इमारत लगभग आठ वर्षों में बनकर तैयार हुई और भारतीय उपमहाद्वीप में चारबाग शैली का प्रथम उदाहरण बनी। यहां सर्वप्रथम लाल बलुआ पत्थर का इतने बड़े स्तर पर प्रयोग हुआ था ! इस इमारत समूह को युनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया। ये इमारत भारत में आगे आने वाली मुगल स्थापत्य के मकबरों की प्रेरणा बना। ये स्थापत्य अपने चरम पर ताजमहल के साथ पहुंचा।
हुमायूँ के मकबरे की कुछ रोचक बाते
–
- हुमायूँ के मकबरे में हुमायूँ का शरीर दो अलग-अलग जगहों पर दफनाया गया है.
- मकबरे की डिजाईन पर्शियन और भारतीय परंपराओ के अनुसार बनायी गयी है.
- हुमायूँ के मकबरे में तक़रीबन 150 कब्रे है जो एक गार्डन से घिरी हुई है.
- हुमायूँ के मकबरा को ध्यान में रखकर ही ताज महल बनाया गया था.